UPS और इन्वर्टर क्या हैं और इनमें क्या अंतर है?
बिजली जाने पर कंप्यूटर या पंखा तुरंत कैसे चलता रहता है? यह जादू
UPS और इन्वर्टर की मदद से होता है। ये दोनों उपकरण पावर बैकअप के लिए बनाए गए हैं, लेकिन इनका काम करने का तरीका अलग है
इस लेख में, हम इन दोनों के बीच के अंतर, उनकी कार्यप्रणाली और उनके उपयोग के बारे में विस्तार से जानेंगे।
UPS क्या है?
UPS एक ऐसा डिवाइस है, जो बिजली कटने पर तुरंत बैकअप प्रदान करता है। यह मुख्य रूप से संवेदनशील उपकरणों को सुरक्षा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। UPS का उपयोग मुख्य रूप से उन जगहों पर होता है, जहाँ बिजली का झटका या अचानक कटौती गंभीर समस्याएँ पैदा हो सकता है अर्थात यूपीएस का उपयोग बेहद ही सेंसिटिव इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में किया जाता है पावर सप्लाई के लिए
UPS का काम
बिजली जाते ही तुरंत सप्लाई देना।
कंप्यूटर, सर्वर और मेडिकल उपकरणों जैसे संवेदनशील उपकरणों को सुरक्षित रखना।
डेटा लॉस और डिवाइस को डैमेज होने से बचाना।
पावर में वोल्टेज के उतार-चढ़ाव को स्थिर रखना।
UPS के प्रकार
ऑनलाइन UPS: यह हमेशा बिजली को फिल्टर करता है और स्थिर वोल्टेज प्रदान करता है। यह बड़े ऑफिस, डेटा सेंटर और मेडिकल लैब्स में उपयोग किया जाता है।
ऑफलाइन UPS यह बिजली जाने पर बैकअप देता है। इसका उपयोग छोटे व्यवसायों और व्यक्तिगत जरूरतों के लिए होता है।
UPS के फायदे
तुरंत और त्वरित बैकअप प्रदान करता है।
उपकरणों की सुरक्षा करता है।
वोल्टेज के उतार-चढ़ाव को संभालता है।
कंप्यूटर और सर्वर जैसे उपकरणों के लिए बेहद जरूरी।
इन्वर्टर क्या है?
इन्वर्टर वह डिवाइस है, जो बैटरी में स्टोर बिजली को उपयोगी बिजली में बदलता है। यह मुख्य रूप से घरेलू उपकरणों को लंबे समय तक पावर देने के लिए उपयोग होता है। इन्वर्टर उन क्षेत्रों में ज्यादा उपयोगी है, जहाँ बिजली कटौती लंबी अवधि के लिए होती है।
इन्वर्टर का काम
बैटरी में स्टोर बिजली को AC (अल्टरनेटिंग करंट) में बदलना।
पंखे, लाइट, टीवी और अन्य घरेलू उपकरणों को चलाना।
बिजली कटने पर घर या ऑफिस में निरंतर ऊर्जा प्रदान करना।
इन्वर्टर के प्रकार
साइन वेव इन्वर्टर शुद्ध और स्थिर बिजली प्रदान करता है, जो सभी प्रकार के उपकरणों के लिए सुरक्षित है।
स्क्वायर वेव इन्वर्टर सस्ता होता है, लेकिन यह सभी उपकरणों के लिए उपयुक्त नहीं है।
मॉडिफाइड साइन वेव इन्वर्टर यह दोनों का संयोजन है और सामान्य घरेलू उपयोग के लिए अच्छा है।
इन्वर्टर के फायदे
लंबे समय तक बिजली का बैकअप देता है।
घरेलू उपकरणों को बिजली कटने पर चलाए रखता है।
पावर स्टोर करने की क्षमता ज्यादा होती है।
ग्रामीण क्षेत्रों में अत्यधिक अधिक उपयोग होता है
यूपीएस और इनवर्टर में क्या अंतर होता है
यूपीएस पावर जाने पर यह तुरंत बैकअप देता है इसका फीडबैक मिली सेकंड में होता है अर्थात यूपीएस का बैकअप सप्लाई लोड बैटरी पर ही होता है
इनवर्टर पावर रहने पर यह बैटरी को चार्ज करता है और लोड इनवर्टर से होकर के जाता है जब पावर कट होता है तो लोड चेंज होकर कर इनवर्टर का बैटरी पर आ जाता है इसका फीडबैक यूपीएस के मुताबिक थोड़ा ज्यादा होता है|
यूपीएस और इनवर्टर का उपयोग
UPS यह कंप्यूटर, सर्वर और मेडिकल उपकरण जैसे संवेदनशील डिवाइस को अचानक बंद होने से बचाता है। यह छात्रों और ऑफिस वर्कर्स के लिए उपयोगी है, जो बिजली कटने पर अपना काम सुरक्षित रखना चाहते हैं।
इन्वर्टर बिजली जाने पर पंखे, लाइट और अन्य उपकरण चालू रखने में मदद करता है। यह घरों और छोटे व्यवसायों के लिए जरूरी है।
भारतीय संदर्भ में
भारत में बिजली कटौती एक आम समस्या है, खासकर ग्रामीण इलाकों में। UPS और इन्वर्टर जैसे उपकरण इन समस्याओं का समाधान प्रदान करते हैं। UPS का उपयोग शहरी क्षेत्रों में अधिक होता है, जहाँ त्वरित बैकअप की जरूरत होती है। वहीं, इन्वर्टर का उपयोग ग्रामीण इलाकों में होता है, जहाँ बिजली की कटौती लंबी होती
UPS और इन्वर्टर खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें
अपनी आवश्यकता पहचानें
अगर आपको त्वरित बैकअप चाहिए, तो UPS चुनें।
लंबी अवधि के लिए बैकअप चाहिए, तो इन्वर्टर चुनें।
क्षमता अपनी बिजली खपत के अनुसार बैटरी और इन्वर्टर चुनें।
ब्रांड और वारंटी विश्वसनीय ब्रांड और अच्छी वारंटी वाले उत्पाद लें।
स्थापना और रखरखाव बैटरी का समय-समय पर रखरखाव करें।
कीमत और बजट अपने बजट के अनुसार सही विकल्प चुनें।
निष्कर्ष
आपको त्वरित बैकअप और उपकरणों की सुरक्षा चाहिए, तो UPS सही विकल्प है। वहीं, अगर आपको लंबे समय तक बैकअप चाहिए, तो इन्वर्टर बेहतर है।
मुख्य बिंदु
UPS तुरंत बैकअप देता है और उपकरणों को सुरक्षित रखता है।
इन्वर्टर लंबे समय तक बैकअप देता है और घरेलू उपयोग के लिए उपयुक्त है।