आईटीआई में कितने विषय होते हैं?
परिचय
आईटीआई (इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट) भारत में तकनीकी और व्यावसायिक कौशल विकसित करने के लिए एक प्रमुख संस्थान है। ये उन छात्रों के लिए एक शानदार विकल्प है जो 10वीं या 12वीं पास करने के बाद जल्द ही रोजगार पाना चाहते हैं। इन कोर्सेस का मुख्य उद्देश्य छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान देना और उन्हें विभिन्न उद्योगों में काम करने के लिए तैयार करना है।
इस लेख में, हम विस्तार से जानेंगे कि आईटीआई में कौन-कौन से विषय पढ़ाए जाते हैं, उनकी विशेषताएं और आपके करियर के लिए उनके लाभ।
आईटीआई में उपलब्ध मुख्य विषय
आईटीआई में पढ़ाए जाने वाले विषयों को मुख्य रूप से तीन प्रमुख श्रेणियों में विभाजित किया गया है
1. इंजीनियरिंग ट्रेड्स
यह श्रेणी उन छात्रों के लिए है जो तकनीकी और मशीनों से संबंधित कार्यों में रुचि रखते हैं। इस श्रेणी के प्रमुख विषय हैं:
इलेक्ट्रीशियन बिजली के उपकरणों को इंस्टॉल और रिपेयर करने का प्रशिक्षण।
फिटर मशीनों के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने और मरम्मत करने का कौशल।
वेल्डर धातुओं को जोड़ने और वेल्डिंग प्रक्रिया को समझने का ज्ञान।
टर्नर मेटल पार्ट्स को आकार देने की प्रक्रिया।
डीजल मैकेनिक डीजल इंजन वाले वाहनों की मरम्मत और रखरखाव।
प्लम्बर पानी की पाइपलाइन और अन्य प्लंबिंग सिस्टम को स्थापित और ठीक करने का कौशल।
रेफ्रिजरेशन और एसी मैकेनिक एयर कंडीशनिंग और रेफ्रिजरेशन सिस्टम की मरम्मत और रखरखाव।
2. गैर-इंजीनियरिंग ट्रेड्स
यह श्रेणी उन छात्रों के लिए है जो गैर-तकनीकी कौशल विकसित करना चाहते हैं। इसके अंतर्गत आने वाले प्रमुख विषय हैं:
स्टेनोग्राफी टाइपिंग और शॉर्टहैंड लिखने का प्रशिक्षण।
ड्रेस मेकिंग कपड़ों की डिजाइनिंग और सिलाई।
हाउसकीपिंग होटल और अन्य जगहों पर प्रबंधन और साफ-सफाई का काम।
फूड एंड बेवरेज सर्विस खाने और पेय पदार्थों की सेवा और प्रबंधन।
टूरिज्म गाइड पर्यटन क्षेत्र में गाइड बनने का कौशल।
सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस ऑफिस मैनेजमेंट और प्रशासन।
3. आईटी और कंप्यूटर ट्रेड्स
डिजिटल युग में आईटी और कंप्यूटर से संबंधित कोर्स बहुत अधिक प्रासंगिक हो गए हैं। इसके अंतर्गत आने वाले विषय हैं:
कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रोग्रामिंग असिस्टेंट (COPA) कंप्यूटर की बेसिक जानकारी और प्रोग्रामिंग।
डाटा एंट्री ऑपरेटर डेटा प्रबंधन और एंट्री का ज्ञान।
हार्डवेयर और नेटवर्किंग कंप्यूटर हार्डवेयर और नेटवर्क सिस्टम को समझना।
वेब डिजाइनिंग वेबसाइट बनाने और प्रबंधन करने का प्रशिक्षण।
ग्राफिक डिजाइनिंग ग्राफिक और मल्टीमीडिया कौशल।
4. कृषि और ग्रामीण कौशल विकास
ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए कृषि और संबंधित क्षेत्रों से जुड़े विषय पढ़ाए जाते हैं। प्रमुख विषय हैं:
कृषि मशीनरी की मरम्मत किसानों को उनके उपकरणों की मरम्मत सिखाना।
हस्तशिल्प हस्तनिर्मित उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण।
डेयरी प्रबंधन डेयरी उद्योग से जुड़े कौशल।
फिशरीज मछली पालन और उसकी तकनीक।
जैविक खेती पर्यावरण-अनुकूल खेती के तरीके।
5. स्वास्थ्य और सौंदर्य
यह श्रेणी उन छात्रों के लिए है जो स्वास्थ्य और सौंदर्य सेवाओं में रुचि रखते हैं। प्रमुख विषय हैं:
ब्यूटी एंड वेलनेस सौंदर्य और त्वचा की देखभाल।
हेल्थ सेनेटरी इंस्पेक्टर स्वच्छता और स्वास्थ्य मानकों का ज्ञान।
फिजियोथेरेपी असिस्टेंट पुनर्वास और शारीरिक चिकित्सा।
योगा ट्रेनिंग योग से जुड़े कौशल।
सही आईटीआई कोर्स कैसे चुनें?
आईटीआई कोर्स का चुनाव करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
अपनी रुचि और क्षमताओं को पहचानें: यह जानना ज़रूरी है कि आपको किस प्रकार के काम में रुचि है। तकनीकी क्षेत्र में रुचि रखने वालों के लिए इंजीनियरिंग ट्रेड्स उपयुक्त हो सकते हैं।
भविष्य के अवसरों को देखें यह समझें कि जिस कोर्स को आप चुन रहे हैं, उसमें रोजगार के अवसर कितने हैं।
संस्थान का चयन करें किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कोर्स करें और उनके प्लेसमेंट रिकॉर्ड की जांच करें।
कोर्स की अवधि और फीस पर विचार करें अपने समय और बजट के अनुसार कोर्स का चयन करें।
डेमो क्लास अटेंड करें कोर्स शुरू करने से पहले डेमो क्लास लें, ताकि आपको सही निर्णय लेने में मदद मिले।
आईटीआई कोर्स के फायदे
आईटीआई कोर्स करने से छात्रों को कई प्रकार के लाभ होते हैं:
जल्दी रोजगार कम समय में नौकरियों के लिए तैयार होना।
किफायती शिक्षा अन्य कोर्सेस की तुलना में कम खर्च।
आत्मनिर्भरता खुद का व्यवसाय शुरू करने का अवसर।
तकनीकी कौशल व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव।
निष्कर्ष
आईटीआई कोर्स छात्रों को तकनीकी और व्यावसायिक रूप से सशक्त बनाने का yah कोर्स आपको रोजगार और आत्मनिर्भरता दोनों का रास्ता दिखाते हैं।